बुधवार, 17 मार्च 2010

गोवा-टालिक के ब्लाग पर आपका स्वागत है...

इंटरनेट, समकालीन अग्रगामी मानवता का समष्टिगत, व्यक्त मानस पटल है। मानव अभिव्यक्ति का यह एक ऐसा विराट, अनंत और जीवंत सागर है जिसमें विचारों, भावनाओं और सूचनाओं की निरंतर चतुर्दिक तरंगें और लहरें उठती रहती हैं। प्रकृति ने मनुष्य को अभिव्यक्ति की जो बेचैनी और क्षमता नैसर्गिक रूप से प्रदान की थी, वह समकालीन लोकतांत्रिक चेतना के दौर में मौलिक मानवाधिकार के रूप में व्यापक स्वीकृति का संबल पाने और वेब तकनीक के जनसुलभ होने के बाद मानवता के इतिहास में पहली बार व्यापक और निर्बाध रूप से प्रस्फुटित हो रही है। यह एक ऐसी विशाल आकाशगंगा के समान है जिसमे ज्ञान और सूचना का अनंत भंडार समाये हुए है । कंप्युटर और फिर इंटरनेट आने के बाद मानव जीवन से जुड़े सभी पहलुओं में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है । ऐसे में हिंदी भाषा और साहित्य इससे कैसे अछूता रह सकता है । अंर्तजाल पर हिंदी अब अपने ‘वैश्विक काल’ पर प्रवेश कर चुकी है ।

त्तर गोवा की पिछली तिमाही बैठक के दौरान मैंने उपस्थित सदस्यों से यह बात कही थी कि गोवा के टालिक के लिए एक बेवसाईट बनाई जानी चाहिए जिसमें टालिक के सभी सदस्यों की जानकारी के साथ साथ सभी कार्यालयों में आयोजित होनेवाली हिंदी की गतिविधियों की सचित्र जानकारी उपलब्ध हो सके । इसके अलावा हिंदी के विद्वजन अपने विचार और लेख भी इसमें प्रकाशित कर सकते हैं । विभिन्न कार्यालयों द्वारा प्रकाशित पत्रिका को भी पी.डी.एफ़. के प्रारुप में साईट पर डाला जा सकता है । अगर ऐसा होता तो शायद गोवा भारत का प्रथम राज्य होता जिसके टालिक नीजि बेवसाईट होती । इस प्रस्ताव का सभी सदस्यों ने स्वागत किया था ।

इसी क्रम में पहला कदम बढ़ाते हुए मैंने टालिक गोवा के लिए यह ब्लाग की शुरुआत की है । टालिक, गोवा का यह ब्लाग बनाने के पीछे उद्देश्य यही है कि गोवा स्थित केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और सरकारी बैंकों के हिंदी अधिकारियों, अनुवादकों या हिंदी प्रभारियों के लिए अंर्तजाल पर एक मंच प्रदान किया जाए । वैसे भी ब्लाग किसी भी व्यक्ति को अपने विचार को अभिव्यक्त करने और उसे अधिकाधिक सुधी लोगों तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम है । मेरा उद्देश्य यही है कि इस ब्लाग के माध्यम से सभी सदस्य एक दूसरे से जुडे़ रहें और परस्पर संपर्क में रह सकें । इस ब्लाग में हिंदी और अन्य समसामयिक और उपयोगी विषयों पर सुरुचिपूर्ण लेख भी प्रकाशित किए जाएंगें । अत: जो भी सदस्य इसे पढ़ रहें हैं,उनसे अनुरोध है कि वे अपने विचार या लेख जो कि केवल युनिकोड़ में टंकित हों को मेरे मेल पते पर भेज़ दें जिससे कि उन्हें ब्लाग पर प्रकाशित किया जा सके । आशा है कि इस ब्लाग के सफ़ल होने पर हम बेबसाईट की ओर कदम बढ़ाएंगें ।

मेरा ई-मेल पता है : rksh99@gmail.com

विनित

राकेश शर्मा
हिंदी अधिकारी, NIO